Hindi poem for mother : ma mei kuch badi ho gayi hu
माँ , अब मैं बड़ी हो गयी हूँ माँ , अब मैं बड़ी हो गयी हूँ कुछ नटखट से बदल कर बड़ी समझदार हो गयी हूँ कुछ तुम जैसी हो गयी हूँ तो कुछ अपने जैसी रह गयी हूँ। माँ , अब मैं बड़ी हो गयी हूँ जानती हूँ डर लगता है तुमको जब सोचती हो क्या संभाल पाऊँगी मैं भी सब दुनिया के उतार … Continue reading Hindi poem for mother : ma mei kuch badi ho gayi hu