
ये है अबीर की कहानी






ये है अबीर की कहानी
मैं हूँ अबीर
थोड़ा सा छोटा
और थोड़ा सा नटखट
पर बहुत समझदार
और प्यारा सा बच्चा हूँ।
ऐसा माँ कहती है।
जब माँ काम पर जाती है
तब मैं कभी नहीं रोता।
जब माँ किताबों से बाते करती है
तब मैं कभी नहीं तंग करता
जब माँ थक जाती है
तब मैं माँ के पास आ कर बैठ जाता हूँ
और माँ कितनी भी थकी हो
हमेशा मेरा ख्याल रखती है
कभी मेरी कहनियाँ सुनती है
तो कभी मुझे कहनियाँ सुनाती है
मैं जानता हूँ मेरे पास है
मेरी सबसे प्यारी माँ
Latest Posts
Follow Me
Get new content delivered directly to your inbox.